गोवा में भाजपा ने चली कांग्रेस वाली चाल

गोवा में मनोहर पर्रिकर की अगुवाई में बीजेपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. कांग्रेस की ओर से दाखिल इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि यदि आपके पास विधायकों की पर्याप्त संख्या थी तो आपको समर्थन करने वाले विधायकों का हलफनामा पेश करना था लेकिन आपकी ओर से ऐसा नहीं किया गया. अदालत ने कहा कि सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना विधायकों की संख्या से जुड़ा हुआ है. आपने राज्यपाल के समक्ष या अपनी याचिका में इस बात का कभी जिक्र नहीं किया कि आपके पास जरूरी समर्थन है. इस मामले में अदालत ने 16 मार्च को सुबह 11 बजे पर्रिकर को विश्वास मत हासिल करने का आदेश दिया है.
कांग्रेस की बौखलाहट साफ दिखती है, परंतु अतीत में ऐसे कारनामों के लिए कांग्रेस भी बदनाम रही है. उसकी बनाई हुई परिपाटी पर ही भाजपा चल रही है. जो दावा अलग राजनीति का कर रही है. दरअसल दोनों दलों की नीतियां लगभग एक जैसी ही हैं. जोड़तोड़ के लिए मनहोर पर्रिकर रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दोकर वापिस गोवा लौट गए हैं. ताकि जोड़़-तोड़ की राजनीति को अंजाम तक पहुंचा सकें.
गोवा का नंबर गेम
- विधानसभा में कुल सदस्य 40
- बहुमत का आंकड़ा 21
- कांग्रेस के पास 17 विधायक
- बीजेपी के पास 13 विधायक
- एमजीपी, जीएफपी के पास 3-3 विधायक
- दोनों पार्टियों का बीजेपी को समर्थन
- एनसीपी के पास 1 विधायक
- एनसीपी कांग्रेस के साथ जा सकती है
- 3 निर्दलीय विधायकों के पास सत्ता की चाबी
- बीजेपी का दावा निर्दलीय उनके साथ
बीजेपी का दावा : 22 विधायकों का साथ
गोवा विधानसभा (कुल सीट- 40) (बहुमत- 21)
बीजेपी- 13 सीट
एमजीपी- 3 सीट
जीएफपी -3 सीट
निर्दलीय-3 सीट
कांग्रेस का दावा : जुटा लेंगे समर्थन
गोवा विधानसभा (कुल सीट- 40) (बहुमत- 21)
कांग्रेस- 17 सीट
जीएफपी - 3 सीट (बातचीत जारी)
निर्दलीय-3 सीट (बातचीत जारी)